जिंदगी क्या है ? What is Life in
Hindi
जिंदगी का उद्देश्य क्या है ? What is the real meaning of Life
जिंदगी क्या है,? What is Life in Hindi
जिंदगी का उद्देश्य क्या है ? What is the real meaning of life?
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जिंदगी क्या है What is life quotes
वस्तु पाने की दौड़ है? या प्रतिस्पर्धा की होड़ है?,
पीछे छूटने का भय है? या आगे रहने का मोह है?
----- जीवन क्या है what is life ? आज व्यस्तता, तनाव , धन -दौलत, महंगी कार, बड़े बंगले, पद, पहचान, प्रभाव , पैसा होने पर भी आत्मिक संतुष्टि, तृप्ति व समाधान का अभाव जीवन को नीरस बना रहा है। असमाधानी वृत्ति ने अधिकतर लोगों का सुख-चैन छीन रखा है। ऐसे में निर्मल आनंद कैसे मिले ? यह सीखना होगा, समझना होगा व छोटी-छोटी खुशियों का महत्व समझना होगा।
जीवन बहुत छोटा है और खुशियाँ खासकर बड़ी-बड़ी खुशियाँ, जिसके इंतजार में व्यक्ति दिन-रात एक कर देता है, वे तो बहुत ही कम आती हैं। इसी कारण से लोग छोटी-छोटी खुशियों को नज़रअंदाज कर देते हैं। हमें छोटी-छोटी खुशियों का महत्व समझना होगा अन्यथा पूरा जीवन बीत जाएगा, कट जाएगा लेकिन जीवन जिया नहीं जाएगा।
दुख तो बहुत सारे लोगों के जीवन में भी आए, लेकिन वे बहुत हिम्मती हैं, उन्हें फिर भी जीवन से बहुत प्यार है। खुद को व्यस्त रखने से फालतू बातें दिमाग में नहीं आएँगी। बहुत सारे लोग हमेशा चिंता और आशंका में घिरे रहते हैं, वह सोचते रहते हैं कि हमारी जिंदगी जिंदगी की शाम है।
हम दूसरों के स्वभाव एवं उसकी जीवन शैली की समीक्षा एवं विश्लेषण करने में अपनी ऊर्जा खपाते रहते हैं। इसके साथ ही प्रत्येक व्यक्ति को अपने ही नजरिए के हिसाब से सभी पैमानों में देखना चाहते हैं।
Why do we live life? what is life से जुड़ी खोज
अब यह कैसे होगा? Life मुस्कुराने के लिए है, खुद मुस्कुराएँ तथा औरों के लिए भी मुस्कुराने का सामान जुटाएँ। आखिर तो जिंदगी मुस्कुराने के लिए है।
जिन्दगी का सच :
आइए जीवन के 5 सोपानों को समझते हैं,ये इस प्रकार हैं:
1.जीवनयापन ( Survival )
2 सुरक्षा . ( Security )
3. सफलता ( Success )
4. मान-सम्मान ( Significance )
5. आध्यात्मिकता ( Spirituality )
पहले सोपान की बात करें तो 95% लोगों को जीवनयापन करते करते पूरा जीवन गुजर जाता है और उनकी जिंदगी समाप्त हो जाती है। जीवन की प्रतिस्पर्धा और आपाधापी ने कहीं न कहीं इंसान को मशीन बना दिया है।
जीवन में हर कदम पर तनाव है, इसका असर रिश्तों पर भी हुआ है। ऐसे माहौल में हँसमुख, मिलनसार और जिंदादिल लोग प्रेरणा जगाते हैं, वहीं कई ऐसे लोग भी होते हैं जिनसे आप कभी भी हाल-चाल पूछ लें, हमेशा किसी न किसी परेशानी का रोना उनके पास होगा ही। अपनी हँसी-खुशी को दूसरों का मोहताज मत बनाइए। खुद को खुश रखने का सबसे पहला जिम्मा आपका खुद का है। समय बहुत कीमती होता है, उसे यूँ ही दूसरों के गलत कामों के बारे में सोचकर बर्बाद न करें। आपके चारों तरफ छोटी-छोटी कई खुशियाँ बिखरी हुई हैं, उन्हें बटोरना शुरू कीजिए।
मैं समझता हूं कि जिंदगी सिर्फ आकर चले जाना नहीं है। हमें इस जिंदगी में कुछ इस तरह के साधनों का समावेश करना है कि जीवन के पूरे 5 सोपानो को पार कर परमात्मा द्वारा मिले मानव शरीर के सभी उद्देश्यो को पूरा किया जा सके।
हमारा प्रयास यह होना चाहिए की हम पहले पहले सोपान को जल्द से जल्द पार करें और फिर दूसरे सोपान सुरक्षा को पाना है जिसमें पहुंच जाने पर हमको जीवनयापन से संबंधित कोई चिंता ही नहीं रहें।
तीसरे सोपान सफलता से तात्पर्य है कि हम पूर्णतया धनागमन का ऐसा प्रबंधन कर दें , जो आने वाली पीढ़ियों तक चलता रहे।
इसके बाद चौथे सोपान में जब हम पूरी तरह से FINANCIAL FREE हो जाते हैं तो फिर समाज और देशहित के बड़े-बड़े काम करके दूसरो की मदद कर सकते हैं, जिससे जिंदगी में मान सम्मान मिलता है। हमें इसमें आनंद भी मिलता है, और समाज सेवा कर हम अपने देश से मिली चीजें वापिस लौटा सकते हैं।
जब इन सभी सोपानों से गुजर कर जिंदगी में पूर्णतया आनंद की अनुभूति कर लें तब अपनी आत्मा और परमात्मा के जुड़ाव की खोज कर सकते हैं और यह हो जायगा तभी हम इस मानव जीवन के सही उद्देश्य को पा सकते हैं, जो कि पांचवा सोपान आध्यात्मिकता है।
कृपया अपने जीवन में मिले सीमित समय में अपने संसाधनों को जांच परख कर संपूर्ण सफलता के लिए प्रयास करें।
What is life simple answer?
जीवन में प्रसन्नता ,सुख और आनंद :
जीवन में प्रसन्नता ,सुख और आनंद चाहिए तो ये बातें अपनाएं :-
1. जीवन अनमोल है , सर्वोपरि हैः- जिस दिन हम अपने मनुष्य होने की कद्र करेंगे और ईश्वर का वरदान समझ जिंदगी का महत्व समझेंगे, सारी तकलीफें तुच्छ लगेंगी।
2. स्वयं से प्रेम करें:- स्वयं पर सदैव गर्व करें, अपने आपको महत्व देना सीखें व केवल स्वार्थ नहीं पर अपनी भावनाओं को न दबाते हुए खुद के लिए जीना सीखें।
3. अपने शौक पूरे करें:- अपने शौक चाहे बागवानी हो या संगीत, नृत्य हो या घूमना, पढ़ना, लिखना हो या व्याख्यान सुनना, मूवी देखना हो या सीरियल देखना बिना गिल्ट रुके पूरा करते रहने की कोशिश करें, स्वीकार करें।
4. माफ करना सीखें, और माफी मांगने में देर न लगाएं:- . ' Ego छोड़े ', अहं भाव 'Ego' हर रिश्ते को खोखला करता है व हम दुखी होते हैं। 'Ego' को दूर रखने से स्वाभाविक आनंद की अनुभूति अनुभव महसूस करेंगे।
6. भूलना सीखेः- रिश्तेदार हो या दोस्त या सहकर्मी उन्होंने क्या बुरा किया?, क्या नुकसान पहुंचाया? इसका हिसाब रखने की बजाय भूलना सीखने से खुशी की मात्रा बढ़ेगी। उनके न्यायाधीश ना बनकर अपितु उनकी गलतियों की सजा के लिए भगवान पर छोड़ दें।
7. ईर्ष्या करना , तुलना करना और जलना छोड़ें:- ईश्वर ने सबको अपने-अपने हिस्से की खुशियां प्रदान की हैं जो हमें दिया उससे खुश हो। दूसरे से तुलना करने, ईर्ष्या करने से कुछ नहीं बदलेगा।
8. दोस्तों व परिवार का महत्व समझेः- अच्छे दोस्त खुशी देंगे, उनका महत्व समझें। उनको व परिवार वालों को समय दें, समय बिताए। प्रेम से सबका दिल जीतें यही आपकी अमूल्य संपत्ति है।
9. तनाव छोड़ें:- छोटी-छोटी बातों का व्यर्थ तनाव न लें। समय सब ठीक कर देता है। अपनी परेशानियों को मित्रों व परिवार, पत्नी से शेयर करें। समाधान निकल ही आएगा।
10. दूसरों की तारीफ करना सीखें:- सभी की खुलकर प्रशंसा करने की मानसिकता विकसित करें। आपका कुछ भी कम नहीं होगा लेकिन खुशी अवश्य मिलेगी।
11. देने का सुखः- कई बार छोटी-छोटी आपके लिए अनुपयोगी वस्तुएं जरूरतमंदों को देने से अनजाने ही आनंद की अनुभूति दे जाती है। उनको खिलौने, गरम कपड़े, किताबें, साड़ियां आदि सदैव बांटते रहें।
12. मोबाइल व इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से दूरी बनाएः- दिन भर उनके बिना भी जीने से, FACEBOOK या INSTAGRAM पर LIKES की परवाह न करने से आनंद ही आनंद अनुभव करेंगे।
13. उम्र की गिनती भूलना सीखें:- बार-बार उम्र के आंकड़े को महत्व देने से निराशा हाथ लगती है। मन के अंदर छिपे बच्चे को जीवंत रखें।
14. स्वास्थ्य का ध्यान रखें:- जीवन का हर सुख तभी है जब शरीर स्वस्थ है। अतः सुबह की सैर, योगा व नियंत्रित भोजन से स्वयं को स्वस्थ रखें।
15. दूसरों को तकलीफ न पहुंचाए:- आपका व्यवहार, वाणी व विचारों की अभिव्यक्ति किसी की भावनाओं व आत्म सम्मान को ठेस न पहुंचाए तो आप आनंद में रहेंगे व क्लेश से बचेंगे।
16. स्वार्थ व लालच में न आएः- केवल अपने बारे में सोचने व स्वार्थ से लालच में आने से तनाव ही मिलेगा।
17. अच्छाई ढूंढे़ लोगों में:- सामने वाले सदैव सभी में हमेशा अच्छाई ढूंढ़ने का प्रयास करने से सकारात्मकता आती है जो आनंद का मूलमंत्र है।
18. आत्मावलोकन करने का प्रयासः- हमें अक्सर अपनी गलती दिखाई या महसूस नहीं होती। दिनभर में दस मिनिट खुद को तलाशिए, सुधार अपने आप होगा। कई समस्याएं अपने आप सुलझेंगी।
19. ईश्वर पर असीम विश्वास रखें:- ईश्वर पर विश्वास रखने से सारी चिंताएं दूर होंगी। अपने कार्य सच्चाई व ईमानदारी से करने के बाद सब कुछ उस पर छोड़ दीजिए सब अच्छा ही होगा। प्रकृति से सानिध्य स्थापित करें।
20. स्वयं में बदलाव लाना होगा बदलावः- अंत में सारे दुःख व परेशानियों का समाधान केवल स्वयं में बदलाव लाकर ही संभव है। अतैव दूसरों को बदलने के बजाय स्वयं को बदलें।
हमें जीवन का आनंद लेना सीखना होगा।
ए जिंदगी कुछ ऐसी आगे हलचल हो कि समय हमारा साथ सदा दे।
ए जिंदगी सॉन्ग की तरह हर पल सुखमय हो।।
जिंदगी में सुख के चौक पुरें हर द्वारे ऐसे ही भावना के साथ जिएं। मुझे विश्वास है कि हम सब मिलकर यह कर सकते हैं, आइए मिलकर करें। अपनी समझ-बूझ और एकता से हम जीवन में वह सब कुछ पा सकते हैं ,जो हम पाना चाहते हैं ।
कृपया अपनी टिप्पणी अवश्य दर्ज करें एवं परिचर्चा हेतु संपर्क करें।
आपका शुभेच्छु : राघवेंद्र
6 टिप्पणियाँ
Click here for टिप्पणियाँआहा जिंदगी
ReplyNice
Replythanks
Replyशुक्रिया श्रीमान
Replyरोचक तथ्य
ReplyDhanyawad ji
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